मुझे राम से काम नहीं, रावण से काम चल जायेगा।
सिक्का खोटा ही सही, अंधे बाज़ार में चल जायेगा।
दुनिया को लाख समझाओ, समझेगी नहीं,
भरे बाज़ार में रोता ही रह जायेगा।
जानते हो कि दुनिया चार दिन की है,
पर सामान सौ बरस का जोड़ते हो,
बिजली से श्मशान में जलोगे,
पर कोठी आलीशान जोड़ते हो।
अरे,किसी पराये को अपना बनाओ,
रिश्ते सब अपने ही तोड़ते हैं।
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