मंगलवार, 14 जुलाई 2009

अभिनेत्री प्रिटी जिंटा, अपनी १८ साल की नौकरानी के साथ बलात्कार के आरोप में १४ जून से जेल में बंद अभिनेता शाइनी आहूजा के समर्थन में खुलकर सामने आई हैं। शाइनी को उनका यह समर्थन किसी व्यासायिक संबंधों का परिणाम नहीं। क्यूंकि वह शाइनी के साथ कोई भी फ़िल्म नहीं कर रहीं या करने जा रही हैं। उनका यह समर्थन भावनात्मक है। एक ऐसी स्त्री की भावना जो अभिनेत्री होने के बावजूद घर परिवार वाली है। वह कहती हैं कि जो लोग शाइनी को लेकर मसालेदार बातें कर या लिख रहे है, शाइनी की फॅमिली के साथ अन्याय कर रहे हैं। अभी शाइनी का अपराध सिद्ध नहीं हुआ है। पर उन्हें इस प्रकार पेश किया जा रहा है जैसे वह बलात्कारी साबित हो गया हो। यह तथ्य है की शाइनी एक ऐसा अभिनेता है, जो अपने काम को समर्पित है। वह अंतर्मुखी है। सेट पर शोट के बाद अन्य अभिनेताओं की तरह अपनी अभिनेत्रियों से फ्लर्ट नहीं करता। कभी कोई शिकायत नहीं आई कि उसने अपनी फ़िल्म की यूनिट के किसी सदस्य के साथ कभी कोई छेड़छाड़ की हो। तब उस पर ज़बरदस्ती किए जाने का आरोप तय कैसे पाया गया कि उन्हें हिकारत की नज़रों से देखा जा रहा है। उनके परिवार की भावनाओं का ख्याल किए बिना कमेंट्स किए जा रहे हैं। जहाँ प्रिटी जिंटा इसके लिए बधाई की पत्र हैं, वही फ़िल्म इंडस्ट्री के वह तमाम लोगों की चुप्पी निंदा के काबिल है,जो कभी सलमान खान और कभी संजय दत्त के गंभीर देश द्रोह जैसे अपराधों में फंसा होने के बावजूद जेल के आगे खड़े नज़र आते थे और प्रेस में ऐसे बयानबाजी किया करते थे जैसे वही निर्णय करने वाले हैं। साफ़ तौर पर चूंकि शाइनी के ऊपर इंडस्ट्री का अरबों रूपया फंसा नहीं है, इसलिए वह दूर से तमाशा देख रही है। पर इसमे कोई शक नहीं कि इस प्रकार से वह अनैतिक और खलनायक जैसे नज़र आ रही है। ऐसे समय में प्रिटी जिंटा का सामने आना न केवल स्वागत योग्य है, बल्कि उनके कारण फ़िल्म इंडस्ट्री की घटिया इमेज में थोड़ा सुधार आने कि पूरी संभावना है। वैसे प्रिटी जिंटा पहले भी अंडरवर्ल्ड के विरुद्ध बोल कर ख़ुद को मर्द अभिनेत्री साबित कर चुकीं हैं। फ़िर से बधाई प्रिटी जिंटा।

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